मौसम: गांव कुलां में 20, जाखल में 16, फतेहाबाद में 11 एमएम बरसात, जमीन पर बिछी धान की फसल

फतेहाबाद4 मिनट पहले
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बरसात के साथ चली हवा से जमीन पर बिछी धान की फसल।
पिछले तीन दिन से हो रही बरसात तथा तेज हवा चलने से जिले में पक कर तैयार धान की फसल जमीन पर बिछ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार फसल जमीन पर बिछने से उत्पादन और धान की क्वालिटी पर असर पड़ेगा।शुक्रवार को जिले में अलसुबह शुरू हुई हल्की बरसात सुबह 9 बजे तक जारी रही।
इसी दौरान जिले में कुलां में सबसे अधिक 20 एमएम बरसात हुई। इसके अलावा जाखल में 16, फतेहाबाद-टोहाना में 11, रतिया में 12, भट्टू में 3 और भूना में 7 एमएम बरसात दर्ज की गई। वहां लगातार बूंदाबांदी होने से मौसम ठंडा होने के चलते तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
धान का उत्पादन घटा तो होगा नुकसान
किसान रविंद्र कुमार, मंगत राम, सतपाल सिंह, देसराज, कुलदीप, महेंद्र, हरविंद्र सिंह, सुरजीत सिंह, भूरा सिंह आदि ने बताया कि खेतों में बासमती धान की किस्म पक कर तैयार हो चुकी हैं लेकिन बरसात व हवाओं के चलते धान की फसल जमीन पर लेट गई है। किसानों का कहना है कि इससे जहां उत्पादन में कमी आएगी, जिससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
पूर्वानुमान…आज भी बारिश के आसार
चौधरी चरण सिंह कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अब मानसून की वापसी का दौर पश्चिमी राजस्थान से शुरू हो गया है तथा सितम्बर अंत तक राज्य से भी मानसून की वापसी होनी संभावित है। इसलिए तापमान में बढ़ोतरी तथा वातावरण में नमी की उपस्थिति के कारण गरज चमक के बादल बनने से कहीं कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना सितंबर के अंत तक बनी रहेगी।
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