करनाल में छात्राओं से यौन उत्पीड़न का मामला: जांच कमेटी ने OT ट्रेनर के कमरे को खंगाला; डायरेक्टर की भूमिका पर भी उठे सवाल

रिंकू नरवाल, करनाल21 मिनट पहले
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हरियाणा में करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न मामले में जांच कमेटी ने आरोपी OT ट्रेनर के घर को भी खंगाला है। हालांकि कमेटी ने यह जानकारी नहीं दी कि वहां से कुछ मिला या नहीं, लेकिन जिस तरह से ट्रेनर के घर की छानबीन की गई, इससे लग रहा है कि ट्रेनर के रहन सहन के तरीके से उसके व्यवहार का आकलन किया जा रहा है। यह देखने की कोशिश की गई कि उसकी व्यक्तिगत जिंदगी कैसी है? ऑफिस के बाद वह अपने कमरे में क्या क्या करता है?
हालांकि अभी भी पीड़ित लड़कियों को इंसाफ की उम्मीद नहीं है। पीड़ित लड़कियों ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि पूरी कोशिश हो रही है कि आरोपी को बचाया जाए। इस काम में कॉलेज के सीनियर लगे हुए हैं। इसकी दो बड़ी वजह बताई जा रही है। पहली तो यह है कि यदि ट्रेनर के खिलाफ कार्रवाई होती है तो कॉलेज की टॉप मैनेजमेंट पर भी सवाल उठेगा।
दूसरा क्योंकि मामला विधानसभा कमेटी के सामने उठा है। इसलिए अब यदि ओटी पर आरोप साबित हो जाते हैं तो कॉलेज प्रशासन और सरकार दोनों की किरकिरी होगी। इससे बचने के लिए अब बीच का रास्ता निकालने की कोशिश हो रही है।

निरीक्षण के दौरान कमेटी की फाइल फोटो।
डायरेक्टर की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
इधर कालेज में यौन उत्पीड़न के आरोप ही नहीं लग रहे हैं, बल्कि कॉलेज के डायरेक्टर जगदीश दुरेजा भी विवादों के घेरे में हैं। उनके कार्यकाल के दौरान कई विवाद सामने आ चुके है।
पत्नी कर रही थी प्रेक्टिस, CM फ्लाइंग ने पकड़ा
बीते दिनों CM फ्लाइंग टीम ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर जगदीश दुरोज की पत्नी डॉ संगीता को बहादुरगढ़ के सेक्टर 7 स्थित उनके क्लीनिक पर निजी प्रेक्टिस करते हुए पकड़ा था। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा, लेकिन बाद में जांच के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
सीनियर रेजिडेंट की भर्ती में पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था
कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. निवेश अग्रवाल ने सरकार को भेजी शिकायत में आरोप लगाया कि कॉलेज के डायरेक्टर जेसी दुरेजा ने नियमों को ताक पर रख कर जिस मेडिकल कालेज में उनका बेटा MBBS कर रहा है, वहां से विशेषज्ञ बुलाए हैं। इस मामले की जांच अभी सरकार कर रही है।

विद्यार्थी से बातचीत करते विधायक शमशेर सिंह गोगी।
3 तथ्य छिपाने का आरोप
पिछले साल तीन अक्टूबर को पानीपत के सतेंद्र कुमार ने डायरेक्टर पर आरोप लगाते हुए नौकरी के दौरान कई तरह के तथ्य छुपा कर एक साथ जो जगह काम करने का आरोप लगाया है। सतेंद्र कुमार ने पूरे मामले की जांच की मांग की है।
FIR होनी चाहिए दर्ज
पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की एडवोकेट आरती अग्रवाल ने बताया कि यौन उत्पीड़न के मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच करे। यदि ऐसा नहीं होता तो इस मामले का कोई तार्किक हल नहीं निकल सकता।
छात्राओं को नहीं लगाता उन्हें मिलेगा इंसाफ
वहीं दूसरी ओर पीड़ित छात्राओं ने बताया कि मौजूदा डायरेक्टर का जिस तरह से काम करने का तरीका है, इससे उन्हें यकीन नहीं है कि इंसाफ मिल पाएगा। हालांकि असंध के विधायक शमशेर सिंह गोगी ने बताया कि इस मामले का हल जरूर निकालेंगे। इसके लिए चाहे उन्हें CM से ही बात क्यों न करनी पड़े।
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